राजस्थान / 850 एम्बुलेंसों के पहिये थमे, फिर हड़ताल पर उतरे कर्मचारी

By: Pinki Wed, 21 Oct 2020 09:23:34

राजस्थान / 850 एम्बुलेंसों के पहिये थमे,  फिर हड़ताल पर उतरे कर्मचारी

राजस्थान में सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुये एम्बुलेंस कर्मचारी बुधवार सुबह 6 बजे से हड़ताल पर चले गए है। हड़ताल में 108 और 104 एम्बुलेंस के कर्मचारी शामिल हैं। प्रदेशभर में इनकी करीब 850 एम्बुलेंस संचालित होती हैं।

वेतन में बढ़ोतरी की मांग

राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हमने हर बार आंदोलन में सरकार के आश्वासन से काम चलाया है। लेकिन एम्बुलेंस कर्मचारियों की मांगों को आज तक पूरा नहीं किया गया है। शेखावत ने आरोप लगाया कि अक्टूबर 2019 से एम्बुलेंस कर्मचारियों को लगातार सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं। जबकि राजस्थान हाई कोर्ट एम्बुलेंस कर्मचारियों के वेतन में 20% बढ़ोतरी के आदेश दे चुका है। उसके बावजूद अब तक एम्बुलेंस कर्मचारियों को सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पूरे नहीं किए गए हैं। इसलिये राज्य सरकार के इसी कथित वादाखिलाफी के रवैये के खिलाफ बुधवार सुबह 6 बजे से एम्बुलेंस सेवायें ठप कर दी गई है। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष शेखावत ने बताया राज्य सरकार का विरोध करने के लिए एम्बुलेंसकर्मी सुबह 9:15 बजे सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के सामने एकत्र होंगे।

यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष शेखावत ने आरोप लगाया कि 108 और 104 एम्बुलेंस संचालन के लिए नया ठेका देने के लिए जो RFP डॉक्यूमेंट जारी किया गया है उसमें समझौते के अनुरूप बदलाव नहीं किया गया है। इसके अलावा उन्होंने PHS पर भी मनमाने बदलाव करने का आरोप लगाया है। बता दे, इससे पहले भी कई बार एम्बुलेंस कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर जा चुके है। जब-जब एम्बुलेंस कर्मचारियों ने हड़ताल की है तब तब उसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ा है।

ये भी पढ़े :

# जालोर / मामूली कहासुनी के बाद दलित युवक पर पेट्रोल छिड़क कर लगा दी आग, 50 फीसदी झुलसा

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com